वो लड़की कुछ खास थी
वो लड़की कुछ खास थी,
प्यारी सी उसकी आवाज थी,
बड़ी सी उसकी मुस्कान थी,
आंखे उसकी कमाल थी,
उलझी लटे बेमिसाल थी |
वो लड़की कुछ खास थी,
ज़स्बातो की कदर करती थी,
नाराज़ किसी को देख नहीं सकती थी,
किसी के रूठने पर सबसे पहले मनाती थी,
गुस्सा आने पर खुद ही रोने लग जाती थी |
वो लड़की कुछ खास थी,
दिल की हर बात साफ साफ कहती थी,
मेरे घर से थोड़ा दूर वो रहती थी,
मिलने का कोई मौका न चूकती थी,
मेरे लेट होने पर भी नहीं झगड़ती थी |
वो लड़की कुछ खास थी,
कभी गुस्से मे मेरा हाथ छोड़ जाती थी,
कभी खुद ही बार बार सॉरी कहती थी,
कभी 'अब नहीं मिलेंगे' कहती थी तो
कभी 'तुम क्यूँ नहीं आए' ये पूछती थी |
वो लड़की कुछ खास थी,
साथ चलने पर कभी नहीं थकती थी,
हाथ पकड़ लंबे रस्ते तय करती थी,
कभी मुझे देख कर छुपती थी,
मिलते ही मेरे सीने से लगती थी |
वो लड़की बहुत खास थी
अपने राज़ मुझको बताती थी
मुझसे अपना काम करवाती थी
पहला निवाला मेरे हाथ से खाती थी
मुझ पर अपना हक़ जताती थी
वो लड़की कुछ खास थी,
अपनी बचपन की कहानिया सुनाती थी,
अपने साथ हुए हादसे बताती थी,
लगी चोट के निशान दिखाती थी,
मुझे अपना मलहम मानती थी |
वो लड़की बहुत खास थी,
अपनी ख्वाहिशए सबसे छिपाती थी,
अपने अरमानो को दिल मे दबाती थी,
सिर्फ मुझको अपने सारे सपने बताती थी,
सब सपनो को हासिल करना चाहाती थी |
वो लड़की कुछ खास थी,
मेरे लिए वो लड़ती थी,
कभी कभी मुझ पर भी बिगड़ती थी,
खुद से ज़्यादा मेरा ख़याल रखती थी,
बातों बातों मे सवाल करती थी |
वो लड़की कुछ खास थी,
मेरे लिए नए पकवान सीखती थी,
मुझे खिला मेरी राय पूछती थी,
गुलक मे वो पैसे बचाती थी,
किताबो के बीच उन्हे छिपाती थी,
बैग की आखिरी चेन मे कबाड़ रखती थी,
कुछ पूछो तो बस मुस्कुरा देती थी |
वो लड़की कुछ खास थी,
चुपके से मेरे बैग मे पैसे रख जाती थी,
मना करने पर ज़्यादा खिलाती थीं,
मुझे किसी बच्चे की तरह मनाती थी,
कभी मुझसे खूब गुस्सा हो जाती थी,
कभी मुझपे जोरो से हस्ती थी |
वो लड़की कुछ खास थी,
मेरा हाल मुझसे पहले समझती थी,
मानो जैसे वो मेरा चहेरा पढ़ती थी,
'मैं कभी दूर न जाऊंगा' ऐसे वादे लेती थी,
'अपना ख्याल रखूँगा' ऐसी कसमें देती थी |
वो लड़की कुछ खास थी,
अपनो और परायों दोनों का ख्याल रखती थी,
अपनी मम्मी का रसोई मे हाथ बट्टती थी,
अपने पापा के लिए excel sheet बनाती थी,
अपने भाई के लिए तोहफे लाती थी,
अपनी छोटी बहन को बहुत प्यार करती थी |
वो लड़की कुछ खास थी...
By Roy
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